नुक्कड़ नाटक की श्रृंखला में महेश चौधरी द्वारा लिखित एवं निर्देशित नाटक- “रिश्तो में दूरियां” की प्रस्तुति फुलवारी शरीफ, वाल्मी में की गई।नाटक के जरिए दिया संदेश- छोटी बातों पर आपसी रिश्तों को खराब मत कीजिए
नाटक की शुरुआत सौरभ राज के स्वरबद्ध गीत- सीता रूप में भाभी, राम रूप में भईया, बाबूजी माई के अईसन रहे हमनी पर छईया, देवी-देवता रूप मिलल आपन परिवार…से हुई। नाटक के माध्यम से यह दिखाया गया कि लोग जब अनपढ़ थे, तो परिवार एक हुआ करते थे लेकिन आज अक्सर टूटे परिवारों में पढ़े-लिखे लोग ही देखे जाते हैं। पहले मकान चाहे कच्चे थे लेकिन रिश्ते सारे सच्चे थे। चारपाई पर बैठते थे, पास मे रहते थे। पूरा परिवार हंसी खुशी से रहा करता था। शाम को सभी आंगन में एक साथ बैठकर घंटो आपस में बातें किया करते थे।