40 वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, पटना के प्रांगण में सीमांत मुख्यालय, सशस्त्र सीमा बल, पटना व 40 वीं वाहिनी द्वारा अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया l कार्यक्रम का सुभारम्भ श्रीमती सुवर्णा सजवाण , कमांडेंट 40 वीं वाहिनी, पटना एवं अन्य गणमान्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया l इस अवसर पर डॉ गिन्नी, आयुर्वेदिक एवं पंचकर्मा
विशेषज्ञ,पटना, पद्मश्री सुधा वर्घीज, संचालक, नारी गुंजन (NGO), डॉ संगीता चौधरी, Gynecologist, बिमल हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर, सगुना मोड़, पटना डॉ पपिया राज, एसोसिएट प्रोफेसर, (Department of Humanities and Social Sciences) आई.आई.टी. पटना, श्रीमती अलका, अधिवक्ता, पटना हाई कोर्ट, श्रीमती प्रिया रानी, शाखा प्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, आर.के. पुरम , श्रीमती रोजी , असिस्टेंट प्रोफेसर, फ़ूड एंड न्यूट्रीसन विभाग, पटना विमेंस कॉलेज, श्रीमती अभिलाषा कुमारी, स्वर्ण पदक विजेता (52 KGs), अन्तराष्ट्रीय प्रतियोगिता 2023-24, सुश्री वर्षा, APNA फाउंडेशन एवं श्रीमती तबस्सुम अली, सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे l उपस्थित सभी अतिथिगणों द्वारा अपने अपने
कार्यक्षेत्रों में अपने योगदान एवं महिलाओं के उपलब्धि के बारे में विस्तृत जानकारी दी तथा अपना अपना अनुभव वाहिनी के बलकर्मियों के साथ साझा किया l इस खास अवसर पर महिलाओं के अधिकारों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए वाहिनी के बलकर्मियों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया l इस अवसर पर अपने अपने क्षेत्र में विशिष्ट पहचान रखनेवाली एवं समाज में अहम् योगदान प्रेरणादायक उद्दोधन गणमान्य अतिथियों द्वारा सुनने का अवसर लोगों को प्राप्त हुआ l अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस
2024 का थीम “ महिलाओं में निवेश करे : प्रगति में तेजी लाएँ” लैंगिक समानता, महिलाओं और लड़कियों के सशक्तिकरण एवं स्वस्थ जीवन के उनके अधिकारों के महत्व पर भी गणमान्य महिलाओं द्वारा प्रकाश डाला गया l कार्यक्रम में एक समावेशी विकाश पर जोर देते हुए महिलाओं के हर क्षेत्र में भागीदारिता पर विस्तृत रूप से चर्चा हुआ l इस पुरे कार्यक्रम को व्यापक और कैंपेन रूप में कार्यान्वित करने में 40 वीं वाहिनी के कमांडेंट श्रीमती सुवर्णा सजवाण का महत्वपूर्ण योगदान रहा जिसमे अन्य अधिकारीयों का भी सहभागिता रहा l
इस मौके पर Gender sensitization, Gender Mainstreaming व Gender Stereotype Roles के विषय में चर्चा की गयी व समाज में महिला व पुरुष की प्रत्येक क्षेत्र में सहभागिता पर जोर दिया गया l