पटना जिला में लोकसभा आम निर्वाचन, 2024 के आलोक में जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, पटना श्री शीर्षत कपिल अशोक के निर्देश पर विभिन्न विभागों के द्वारा सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता (स्वीप) कार्यक्रम के तहत मतदाता जागरूकता का कार्य किया जा रहा है। इस अभियान में समेकित बाल विकास परियोजना के द्वारा जिला के सभी प्रखंडों में क्रियाशील 5,220 आंगनबाड़ी केन्द्रों के पोषक क्षेत्रों में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आई. सी. डी. एस के पर्यवेक्षण में मतदाता जागरूकता हेतु सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इस अभियान के माध्यम से मतदाता जागरूकता हेतु 22 बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, 5,012 आंगनबाड़ी सेविकाएं, 4,667 सहायिकाओं एवं 127 महिला पर्यवेक्षिकायें अपने पोषक क्षेत्रों में महिलाओं को मतदान हेतु प्रेरित कर रही हैं।
इस संबंध में जिला के क्रियान्वित आंगनबाड़ी केन्द्रों पर रैली, रंगोली, मतदाता जागरूकता हेतु शपथ, तथा इससे जुड़ी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से क्षेत्र में शत प्रतिशत मतदान हेतु जागरूकता का प्रसार किया जा रहा है। इस दौरान महिलाओं के द्वारा अपने आस-पड़ोस के लोगों को भी मतदान हेतु जागरूक करने का संकल्प लिया जा रह है तथा एक सजग नागरिक की भूमिका निभाई जा रही है।
इस बाबत जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिलाधिकारी, पटना ने कहा कि निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी तथा प्रखंडों के वरीय प्रभारी पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में मतदाता जागरूकता अभियान का नियमित पर्यवेक्षण करेंगे, महिला मतदाताओं एवं लक्षित युवा इंगेजमेंट के लिए तत्पर रहेंगे तथा लोकसभा चुनाव में वी टी आर बढ़ाने हेतु सभी प्रयास करेंगे।
वोट जैसा कुछ नहीं, वोट जरूर डालेंगे हम; चुनाव का पर्व, देश का गर्व; आदि जैसे नारों से आई. सी. डी. एस कर्मि गाँवों एवं नगरों में लोगों से, खासतौर पर महिलाओं से वोट देने के लिए प्रेरित कर रही हैं। मतदाता जागरूकता कार्यक्रम को और रोचक बनाने हेतु मेहंदी प्रतियोगिता, रंगोली, गीत, मतदाता-शपथ, जागरूकता हेतु नारा, रैली, संगोष्ठी इत्यादि कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
स्वीप कार्यक्रम के आरंभ से लेकर अभीतक महिलाएं जोश के साथ जागरूकता कार्यक्रम में हिस्सा ले रही हैं। इससे प्रशासन को गत चुनावों के अपेक्षा प्रभावी दर से मत-वृद्धि होने की उम्मीद है। इसके द्वारा मतदाताओं को जागरूक करके उन्हें मतदान के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है जिससे सही मायने में सहभागी लोकतंत्र का निर्माण हो सकेगा।